Jhansi---बुन्देलखण्ड की लाइफ लाइन और गंगा की जाने वाली बेतवा नदी दिनों पारीछा थर्मल पावर हाउस से निकलने वाले जहरीले धुएं व रख से दूषित हो रही है। बेतवा नदी को लगातार बचाने की मांग के बाद भी प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया। जिस कारण आज समाजसेवी संस्था बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा ने बेतवा नदी के बीच में पहुंचकर जल सत्याग्रह आन्दोलन कर नदी को बचाने की मांग की। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय ने केन्द्रीय मंत्री पर हमला करते हुये कहा कि नदियों की रानी कही जाने वाली उमा भारती जब अपने संसदीय क्षेत्र की गंगा को नही बचा सकती है तो और नदियों की तो बात ही छोड़ दीजिए। लगातार प्रदेश और केन्द्र सरकार के साथ केन्द्रीय उमा भारती को इस ओर अवगत कराया जा चुका है इसके बाद भी के बाद भी न तो उमा भारती नदी केा बचाने को बचाने आगे आयी और न ही प्रदेश व केन्द्र सरकार। इस आन्दोलन के बाद भी शासन और प्रशासन व केन्द्रीय मंत्री ने बुन्देलखण्ड की लाइफ लाइन को बचाने का कोई फैसला नही लिया तो वे आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे।
Jhansi---बुन्देलखण्ड की लाइफ लाइन और गंगा की जाने वाली बेतवा नदी दिनों पारीछा थर्मल पावर हाउस से निकलने वाले जहरीले धुएं व रख से दूषित हो रही है। बेतवा नदी को लगातार बचाने की मांग के बाद भी प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया। जिस कारण आज समाजसेवी संस्था बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा ने बेतवा नदी के बीच में पहुंचकर जल सत्याग्रह आन्दोलन कर नदी को बचाने की मांग की।
ReplyDeleteबुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय ने केन्द्रीय मंत्री पर हमला करते हुये कहा कि नदियों की रानी कही जाने वाली उमा भारती जब अपने संसदीय क्षेत्र की गंगा को नही बचा सकती है तो और नदियों की तो बात ही छोड़ दीजिए। लगातार प्रदेश और केन्द्र सरकार के साथ केन्द्रीय उमा भारती को इस ओर अवगत कराया जा चुका है इसके बाद भी के बाद भी न तो उमा भारती नदी केा बचाने को बचाने आगे आयी और न ही प्रदेश व केन्द्र सरकार। इस आन्दोलन के बाद भी शासन और प्रशासन व केन्द्रीय मंत्री ने बुन्देलखण्ड की लाइफ लाइन को बचाने का कोई फैसला नही लिया तो वे आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे।